Friday, April 14, 2017

इन छिलकों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इसमें विटामिन बी-6, बी-12, मैगनीशियम, कार्बोहाइड्रेट, एंटीऑक्सीडेंट, पोटेशियम, मैगनीशियम और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व होते हैं जो मेटाबॉलिज्म के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। केले खाकर इधर-उधर छिलके फेंकने की आपकी भी आदत है तो उसे बदल लीजिए क्योंकि इसके छिलकों में कमाल के गुण हैं। इन छिलकों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इसमें विटामिन बी-6, बी-12, मैगनीशियम, कार्बोहाइड्रेट, एंटीऑक्सीडेंट, पोटेशियम, मैगनीशियम और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व होते हैं जो मेटाबॉलिज्म के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। खुश रहने के लिए सेरोटोनिन हार्मोन जिम्मेदार होता है। चीन में हुए शोध के मुताबिक केले के छिलके में इस हार्मोन को सामान्य बनाए रखने के गुण मौजूद होते हैं। सिरदर्द का उपचार विशेषज्ञों के अनुसार केले के छिलके को पीसकर उसका पेस्ट दर्द के स्थान पर 15 मिनट तक लगाए रखने से सिरदर्द दूर होता है। सिर का दर्द ख़ून की धमनियों में पैदा होने वाले तनाव के कारण होता है और केले के छिलके में मौजूद मैगनीशियम धमनियों में जाकर सिर के दर्द को रोकने में सहायक सिद्ध होता है। दांतों के लिए केले के छिलके को रोजाना दांतों पर रगडऩे से उनमें चमक आती है क्योंकि इसमें उपस्थित पोटेशियम, मैगनीशियम और मैंगनीज दांतों पर जमे पीलेपन को हटाने में मदद करता है। ऐसा नियमित कुछ दिन करने से दांतों में कुदरती चमक आ जाती है। दिन में दो बार केले के छिलके दांतों पर रगडऩे से लाभ होता है। मस्से और मुंहासों के लिए पैरों या हाथों में निकले वाट्र्स या मस्सों पर केले के छिलके को रगडऩे और रातभर ऐसे ही छोड़ देने से दोबारा उस जगह पर वाट्र्स नहीं निकलते हैं। मुंहासों पर छिलके को मसलकर पांच मिनट तक लगाने से फायदा होता है। झुर्रियों से मुक्त चमकदार त्वचा के लिए केले के छिलके त्वचा में पानी की कमी को पूरा कर देते हैं। अंडे की जर्दी में केले के छिलके (पीसकर) को मिलाकर चेहरे पर लगाएं, इससे झुर्रियां भी दूर होती हैं। जलन और दर्द से राहत के लिए दर्द वाली जगह पर छिलके को पीसकर लगाने से आराम मिलता है। कीड़े के काटने पर जलन वाली जगह पर केले के छिलके को घिसने से जलन दूर होती है। घातक यूवी किरणों से बचाव में केले के छिलके में मौजूद ल्यूटेन नामक एंटीऑक्सीडेंट हमारी आंखों की अल्ट्रा वायलेट किरणों से रक्षा करता है। थकान महसूस होने पर पांच मिनट के लिए छिलकों को आंखों पर रखें, आराम मिलेगा।

जिस तरह से हमारे शास्त्रों में नपुंसकता को दूर करने के लिए अलग-अलग तरह की दवाओं का जिक्र किया गया है, उसी तरह से हमारे शास्त्रों में नपुंसकता को लाने के लिए भी कुछ चीजों का जिक्र है।
अब आप कहेंगे कि कौन मुर्ख है जो इस चीजों को खायेगा या इन चीजों को क्यों शास्त्रों में बताया गया है तो आपको बता दें कि यह चीजें उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होती थी जो कामवासना को खुद से दूर रखना चाहते थे।
जैसे कि हमारे साधू-संत होते हैं तो उनके लिए कामवासना को रोकना बहुत ही जरुरी होता है तो वह लोग इन चीजों का उपयोग करते थे। आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों का बताने वाले हैं जिनके उपयोग से एक पुरुष बड़ी आसानी से नपुंसक हो जाता है-

1. केले के पेड़ की जड़
यह बात सबसे अधिक प्रचलित है कि यदि किसी व्यक्ति को केले के जड़ का रस पानी में मिलाकर पिला दिया जाए तो इससे वह व्यक्ति कुछ ही दिनों में नपुंसक बन जाता है। आपके यहाँ यदि केले का पेड़ गमले में है तो ध्यान दें कि केले के पेड़ की कुछ जड़े गमले से बाहर निकल रही होंगी, तो उन्हें काटकर, उनका रस पीसने के बाद निकाल लें और इसको पानी में मिलाकर कुछ दो बार से तीन बार पी लेने के बाद पुरुष में नपुंसकता आ जाती है।
2. पुरुष को आम का अचार खाना क्यों मना है
आपने सुना ही होगा कि पुरुष को आम का अचार खाने से मना किया जाता है. इसके पीछे का जो मुख्य कारण है वह यही है कि आम का अचार यदि एक पुरुष लगातार खाता है तो उसके अन्दर नपुंसकता आ जाती है। इसीलिए पुरुषों को खट्टा नहीं खाना चाहिए।
3. आंवला भी खिलाते रहो
अगर आप किसी को नामर्द ही बनाना चाहते हैं तो आप उस व्यक्ति को आंवला खिलाते रहें. आपने आजतक आंवला के फायदे ही सुने होंगे लेकिन एक साधू की मानें तो कामवासना को ख़त्म करने के लिए वह लोग आंवला काफी खाते हैं। इसका शारीरिक लाभ तो होता है किन्तु साथ में नपुंसकता भी आती रहती है। thanks for visit